रांची: पूर्व राज्यसभा सांसद महेश पोद्दार ने बजट पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि मोदी 3 के प्रति आश्वस्त दिखती वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने अंतरिम बजट में इनकम टैक्स, इंपोर्ट टैक्स इत्यादि में कोई बदलाव न करते हुए फिर एक बार उनकी निरंतरता बनाये रखने की चर्चा की। उपलब्धियों के आंकडे चौंकानेवाले हैं। अर्थव्यवस्था ठीक चल रही है, यह सब मानते हैं, वित मंत्री ने भी इस बात को दुहराया है। बजट के माध्यम से सबके लिए अवसर, सबके अरमानों को पंख, पूर्वी भारत का तेजी से विकास, तकनीक पर भरोसा और उसका पूरा उपयोग, जनसाधारण के जीवन में और सुधार, रोजगार के अवसर, अनुसंधान, भविष्य में राज्य में निवेश, इंफ्रास्ट्रक्चर क्षेत्र में 11 फीसदी से अधिक निवेश, रेलवे, हवाई, गतिशक्ति द्वारा भी रोजगारों का सृजन, निजी क्षेत्र में बढता पूंजीगत निवेश, वैश्विक निवेश के लिए उपयुक्त वातावरण, नीतियां, संरचना, बजट घाटे को नियंत्रण में रखना, वहीं टैक्स का बढता आधार, बढती रकम, टैक्सपेयर की प्रशंसा, बजट की यह चंद बातें उल्लेखनीय हैं। वित मंत्री ने यह दर्शाया है कि सरकार का गरीबों को एम्पॉवर्ड करने पर जोर है।
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कुल मिलाकर, बजट के आंकडे बताते हैं कि भारत सरकार द्वारा जो योजनाएं चालू की गईं उनके अच्छे परिणाम आये हैं। ये योजनाएं चालू रहेंगी। लक्ष्य है 2047 का विकसित भारत। वित्त मंत्री जी ने एक इतिहास रचा है। आंतरिक बजट को छोटा पर लक्ष्य केंद्रित रखा गया है। उन्होंने छठीं बार बजट पेश किया जो देश के इतिहास में अब तक केवल स्व0 मोरारजी देसाई ने किया था। बजट में अन्य बातों के अलावा नारी शक्ति, वंदन को आगे बढाते हुए कई स्त्री केंद्रित बातों की भी चर्चा की गई है जिनमें तीन करोड लखपति दीदी आशा और आंगनबाडी दीदीयों को आयुष्मान की सुविधाएं भी हैं। साईंस, टेक्नोलॉजी के क्षेत्रों में 43 फीसदी महिलाओं की भागीदारी बढाने की चर्चा नारी सशक्तिकरण का पर्याप्त उदाहरण है।